पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥ करनी का सुख तेरे हाथों, शिव के हाथों में परिणाम, शिव के हाथों में परिणाम वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥ त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥ शिव के रहते कैसी चिंता, साथ रहे https://waylonaqcoy.wikicorrespondent.com/5825551/not_known_factual_statements_about_shiv_chaisa